सपने जो टूट गए साथी सब छूट गए
दिल अपना न रहा कुछ हासिल न रहा
यादें जो बाकी थी आफत जां की थी
अपना बेगाने हुए गुज़रे ज़माने हुए
तेरी यादों को कर दफन बेपरवाह
दिल को सदमे से उबारा है हमने
अश्क़ आँखों के पिए सी लिए होठ
लम्हों को सदियों में गुजारा हमने
दिल फिर से ढूंढता है वही मंज़र
जब ख़्वाबों को था तराशा हमने
दिल ने फिर एक बार आरज़ू की है
जान लिया दिल का इशारा हमने