एकिच घडी में अपुन के भेजे का घंटाल बजा गेली तू
अच्छा खासा था बंदा अपुन बन्दे की वाट लगा गेली तू
मुंबई के निपट टपोरी को नज़रों के जाम पिला गेली तू
जानी लिवर बन फिरता था उसको सलमान बना गेली तू
ठीक ठाक अपुन का लाइफ था बिंदास बड़ा स्टाइल था
इश्क़ में येड़ा बनने को अरे किधर अपुन पे टाइम था
पम्मी आंटी की मैरिज में काएको रूमाल गिरा गेली तू
दिल थाम अपुन बैठेला है दिल को करेंट लगा गेली तू
तू डांस बड़ा कररेली थी और फोटो भोत खिचा रेली थी
भाई के दिल में तेरी उल्फत बुमाबोम शोर मचा रेली थी
जेंटलमैन अपुन बन गयेला है राप्चिक लाइफ बना गेली तू
वडापाव अपुन को डार्लिंग था दिल्ली की चाट खिला गेली तू
आई बाबा देख गुस्सा करते सब यार अपुन पर हस जाते
टिकट कटा के लोकल का भाई पैदल ही निकल जाते
सब कहते अपुन हिल गयेला है ढक्कन खूब बना गेली तू
रूमाल पकड़ बैठेला है क्या आफत गले लगा गेली तू
एकिच घडी में अपुन के भेजे का घंटाल बजा गेली तू
अच्छा खासा था बंदा अपुन बन्दे की वाट लगा गेली तू
गॉड अपुन को मिलेगी वो या ज़िन्दगी यूँ ही झंड होएगी
तिलक नगर की हसीना रीना कटरीना बन अपनी होएगी?