छेड़ गए थे कभी दिल के तार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ
बेगाने शहरों से अनजाने चेहरे थे
अलग भाषा परंपरा रस्मों के पहरे थे
तार मिले दिल के तो नज़दीक आ गए
गांठ बंधी ऐसी कि सब रिश्ते भुला गए
निश्छल था बड़ा उनका प्यार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ
खाना पीना सोना और जगना संग यारों के
सुख दुःख लड़ाई संग झगड़ा संग यारों के
कुछ भी एक का नहीं साझा था सब कुछ
साझे थे कपडे और बांटते थे सुख दुःख
मीठी उस तक़रार का खुमार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ
व्यस्तता में उलझे अब कटती ज़िन्दगी है
रिश्तों से सिक्कों की चमक जो बड़ी है
नातों को काट डाला वक्त की कमी ने
दोष दें तो किसे राह खुद ही चुनी है
मिलता नहीं निर्मल प्यार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ
व्हाट्सएप्प फेसबुक सब सर्च मारा
थक गया है अब तो गूगल भी बेचारा
मिल जाओ यारो कि महफ़िल जमाएं
गीली लकड़ियों से फिर शोले जगाएं
मिल जाओ फिर इंतज़ार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ
छू गए थे जो दिल के तार देखता हूँ
बिछड़ गए हैं अब जो यार देखता हूँ