Posted on June 14, 2021June 23, 2021 दर्द बरसों लहु पीता रहावो किसी नश्तर की तरहमगर जब गयादर्द भी रुला गया तेरे बगैर हमइतने तनहा हो गएसिर्फ दर्द अपना थावो भी चला गया AdvertisementLike this:Like Loading...