Posted on April 24, 2022April 24, 2022 ज़िन्दगी है गणित ज़िन्दगी है गणित रिश्तों को गिनती में न उलझाईयेबेफिक्र, खुश रहिये, मुस्कुराइए, महफ़िलें सजाइयेअपनों से दिल से मिला कीजिये हँसिये और हँसाइएवक्त को न कीजिये ज़ाया ज़ाया रिश्तों से तौबा पाइये AdvertisementLike this:Like Loading...
Behtarin panktiya……..jine ki kala sikhlati huyee.
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