अदा ओ शोखियों में कहो प्यार किसका है
मैं तो यहाँ हूँ फिर इंतज़ार किसका है
बातों बातों में अगरचे हो जाती हो गुमशुदा
बिना बात के फिर हंस देती हो बेसाख्ता
बेबाक इन मस्तियों में खुमार किसका है
मैं तो यहाँ हूँ फिर इंतज़ार किसका है
रूठ जाती हो ऐसे रूठ जाये किस्मत
मिल जाओ तुम तो मिल जाये मुक़द्दर
ख्वाब मेरा है तो फिर इक़रार किसका है
मैं तो यहाँ हूँ फिर इंतज़ार किसका है