आ जाओ

हम करते हैं इंतज़ार तुम आ जाओ
घर आंगन है तैयार तुम आ जाओ
आ जाओ कोना कोना महका दो
घर संसार तुम्हारा है यह, आ जाओ

नहीं कहते तारे ज़मीं पर ले आएंगे
फूल राहों में तुम्हारी हम बिछाएंगे
सैर ज़न्नत की का वादा नहीं करते हम
मिलेगा बेशुमार प्यार तुम आ जाओ

कुछ सुनना हमारी हम तुम्हारी सुनेंगे
खुश हो या ग़म मिल कर हम बाँट लेंगे
शिकवे होंगे मगर उनपर न गौर करेंगे
अगर हो मंज़ूर यह करार, आ जाओ

हमारी बातों में चर्चा बस रहती तुम्हारी
आवभगत कैसे होगी घर में तुम्हारी
क्या पूरी कर पाएंगे हम आशाएं तुम्हारी
खोजेंगे मिलकर जवाब तुम आ जाओ

हम करते हैं इंतज़ार तुम आ जाओ
घर आंगन है तैयार तुम आ जाओ
आ जाओ कोना कोना महका दो
घर संसार तुम्हारा है यह, आ जाओ

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